*सात सूत्री मांगों को लेकर बिहार कुम्हार प्रजापति समन्वय समिति का एक दिवसीय धरना, राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित करने की आवाज हुई बुलंद।*



संवाददाता गजेन्द्र कुमार जिला गया बिहार

गया के गांधी मैदान स्थित धरना स्थल पर बिहार कुम्हार प्रजापति समन्वय समिति जिला शाखा के बैनर तले 7 सूत्री मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना दिया गया। इसमें जिले के सभी प्रखंडों के पदाधिकारी शामिल हुए। एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का नेतृत्व बिहार कुम्हार प्रजापति समन्वय समिति के जिलाध्यक्ष नंदलाल प्रजापति, सचिव कृष्ण कुमार अजय, कोषाध्यक्ष मोहन प्रसाद ने किया। इस धरना कार्यक्रम में अपने हक की लड़ाई के लिए महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। जिला अध्यक्ष नंद लाल प्रजापति ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि कुम्हार प्रजापति जाति को बिहार सरकार बरगलाने का काम कर रही है। आबादी के हिसाब से कुम्हार समाज को भी हिस्सेदारी मिलनी चाहिए थी, लेकिन सरकार नहीं चाहती है कि कुम्हार जाति आगे बढ़े। उन्होंने बताया कि 7 सूत्री मांगों में 90 लाख कुम्हारों की बदहाली को देखते हुए अनुसूचित जाति में शामिल करना, राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित करना, माटी कला बोर्ड की स्थापना, जनसंख्या के बल पर राजनीतिक भागीदारी, कौशल विकास के लिए मुफ्त प्रशिक्षण की व्यवस्था करना, उद्योग विकास की स्थापना करना, कुम्हारों को अपनी कलाकृतियों के बिक्री के लिए 25% रियायती दर पर दुकान आवंटित करना, पटना में संविधान सभा के सदस्य रतनप्पा कुम्हार की आदमकद प्रतिमा स्थापित करना आदि मांगों पर विस्तार से मांग किया गया है। धरना के माध्यम से सरकार को उपरोक्त मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने की मांग की गई। इस मौके पर संरक्षक द्वारका प्रजापति, कैलाश प्रजापति, विनोद कुमार जया, पूर्व मुखिया सुमन कुमार, ज्ञान दत्त प्रजापति, सूरज देव चंद्रपाल धर्मेंद्र कुमार, सुरेश पंडित, शंकर पंडित, सुदामा पंडित, राजा राम पंडित, मोहन पंडित, ललन प्रजापति, विजेंद्र कुमार प्रभाकर, सहित सभी प्रखंडों के अध्यक्ष शामिल हुए।