समाज जागरण पटना जिला संवाददाता:- वेद प्रकाश
पटना/ पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर बिहार में भी देखने को मिल रहा है। पूरा राज्य बर्फीली हवाओं और शीतलहर की चपेट में आ चुका है। पछुआ हवाओं ने ठंड को और बढ़ा दिया है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। पटना समेत कई जिलों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार, पटना का अधिकतम तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। पिछले दो दिनों में अधिकतम तापमान में 6 डिग्री और न्यूनतम तापमान में 3 डिग्री की कमी आई है। राज्य का सबसे अधिक तापमान पूर्णिया में 23.5 डिग्री सेल्सियस और सबसे कम तापमान सहरसा में 8.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जनवरी के महीने में पश्चिमी विक्षोभ के कारण ठंड और बढ़ने की संभावना है। यह पश्चिमी विक्षोभ जैसे-जैसे आएंगे, ठंड और तेज होती जाएगी। 6 जनवरी के बाद शीतलहर की स्थिति बन सकती है। शीतलहर की स्थिति तब मानी जाती है जब किसी क्षेत्र का न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस या उससे कम हो और अधिकतम तापमान लगातार 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहे।घने कोहरे ने भी ठंड के एहसास को और बढ़ा दिया है। वाल्मीकिनगर, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, सहरसा, भागलपुर, मुंगेर, रोहतास, और मधुबनी समेत 15 जिलों में सुबह के समय घना कुहासा छाया रहा। दृश्यता कम होने के कारण यातायात भी प्रभावित हुआ है। ठंड और कोहरे के कारण स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति पर असर पड़ा है, और लोग घरों में रहने को मजबूर हैं। पटना में मंगलवार का दिन इस सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा। तापमान में अचानक आई गिरावट ने लोगों को परेशानी में डाल दिया। सुबह और रात के समय ठंड का प्रभाव अधिक महसूस हो रहा है। खासतौर पर गरीब और बेसहारा लोगों के लिए यह मौसम और कठिनाइयां लेकर आया है। हालांकि, प्रशासन ने राहत शिविर और अलाव की व्यवस्था की है, लेकिन अभी भी कई स्थानों पर लोग ठंड से परेशान हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ेगी। 6 जनवरी के बाद तापमान में और गिरावट होने की संभावना है। इसके अलावा, कोहरा और शीतलहर का असर भी तेज हो सकता है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे आवश्यकतानुसार ही बाहर निकलें और गर्म कपड़े पहनकर ठंड से बचाव करें। पटना समेत पूरे बिहार में बर्फीली हवाओं और गिरते तापमान ने ठंड को चरम पर पहुंचा दिया है। शीतलहर की चेतावनी ने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। सरकार और प्रशासन को इस मौसम में जनसुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए और अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है, ताकि आम जनता ठंड से सुरक्षित रह सके।