तिरुपति बालाजी के प्रसाद में जानवरों के चर्बी मिलाने वालों को हो फांसी की सजा – हिंदू महासभा (राष्ट्रीय अध्यक्ष)*

देहरादून। अखिल भारत हिंदू महासभा/ संत महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि जी महाराज देहरादून में बीजेपी के संस्थापक सदस्य तथा पूर्व राज्यसभा सदस्य श्री आर.के सिन्हा बाबूजी के 74 में जन्म दिवस और संगत पंगत के कार्यक्रम में सभी को संबोधित करते हुए कहा की कार्य समाज सनातन धर्म की रीड की हड्डी है कई समाज कट्टर हिंदू सनातनी है वह अपने अधिकार के साथ सनातन की रक्षा और राष्ट्र की रक्षा को सबसे पहले रखता है आगे अपने संबोधन में स्वामी जी ने कहा कि तिरुपति बालाजी में जिस तरीके से जगन मोहन रेड्डी सरकार ने हिंदुओं के साथ धोखा देते हुए प्रसाद में गए सूअर और मछली के चर्बी मिलकर के देश और विश्व के हिंदुओं का धर्म जिस प्रकार से भ्रष्ट करने का प्रयास किया है वह महापाप है अत्यंत निंदनीय है इसमें दोषियों को फांसी की सजा होनी चाहिए। इसलिए स्वामी जी ने उपस्थित सभी लोगों को संबोधित करते हुए कई प्रस्ताव रखें जिसमें प्रमुख था आंध्र की पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के निंदा प्रस्ताव और प्रसाद में चर्बी मिलने वाले दोषियों को जांच कर फांसी की सजा देने की मांग दूसरी सभी न्यायालय में न्याय की देवता भगवान चित्र गुप्त महाराज के तस्वीर लगाने हेतु प्रस्ताव स्वामी चक्रपाणि महाराज ने कहा कि हमें अपने समाज के साथ देश में हो रहे सनातन के खिलाफ डट के खड़े रहने की आवश्यकता है ज्ञात होगी। इस अवसर पर बीजेपी के पूर्व राज्यसभा सदस्य बीजेपी के संस्थापक सदस्य श्री आरके सिन्हा बाबूजी काजन्मदिन भी धूमधाम से मनाया गया स्वामी जी ने उन्हें माला पहनकर और देवी कपट का पहन कर मंगल कामना किया श्री आरके सिन्हा जी ने अपने संबोधन मे स्वामी जी के दोनों प्रस्ताव को ओम ध्वनि के साथ पारित कराया और समर्थन दिया बाबूजी ने अपने संबोधन में कहा कि किसी भी तरीके से हिंदू सनातन धर्म पर आज नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने उपस्थित सभी का आभार व्यक्त किया इस अवसर पर श्री आर.के सिन्हा जी का फूल मालाओं एवं उपहार से स्वागत किया तथा केक भी काटा गया। स्वामी चक्रपाणि जी महाराज ने अपने संबोधन में कहा कि बाबू जी एक महान व्यक्तित्व है जो न सिर्फ संगत पगत के माध्यम से समाज को जोड़ने का काम किया है। बल्कि हर क्षेत्र में बाबूजी का कार्य अविस्मरणीय है। अवसर संस्था के माध्यम से सर्व समाज के गरीब बच्चों की जीवन बनाने का जो पुनीत कार्य बाबूजी ने किया है। वह सबके लिए एक उदाहरण है, बाबूजी ने हर क्षेत्र में हर दिशा में सेवा का एक मिसाल कायम की है स्वामी जी ने कहा कि बाबूजी में हम प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद जी और जयप्रकाश नारायण जैसे महान व्यक्तित्व एक साथ देखते है। जिनके साथ बाबूजी का बहुत आत्मिकता भी रहा है। उन महापुरुषों के दिए मंत्र पर ही बाबूजी आगे बढ़ रहे हैं हम सबको भी बाबूजी के विचारों को आगे गति देना है स्वामी जी ने कहा कि बाबूजी हम सभी के प्रेरणा स्रोत हैं बाबूजी को सभी वर्ग क्षेत्र और सभी राजनीतिक पार्टी के लोग सम्मान करते हैं। हम सब बहुत ही सौभाग्यशाली हैं कि बाबूजी का सानिध्य और सभी को आशीर्वाद प्राप्त हो रहा है। बाबूजी अनेकता में एकता के प्रतीक हैं। सभी को एक साथ जोड़ने में बाबूजी को महारत हासिल है मिले मोटा अनाज के माध्यम से बाबूजी लोगों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता कर रहे हैं। आने वाला भविष्य मोटा अनाज कई है, पूरे देश भर के अनेक प्रदेशों के मुख्यमंत्री मंत्रियों एवं केंद्रीय स्तर के लोगों का बाबूजी को बधाई आया है। साथ ही देहरादून के कई पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान मंत्रियों ने बाबूजी को शुभकामनाएं दी तथा उत्तर प्रदेश के वन मंत्री श्री अरुण सक्सेना जी, पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्री सुबोध कांत सहाय जी, केपी ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉक्टर सुशील कुमार सिन्हा जी, अभय सक्सेना जी मिर्जापुर से मनोज श्रीवास्तव जी और विपिन श्रीवास्तव, अलीगढ़ से मनोज सक्सेना तथा चित्रगुप्त पीठ के पीठाधीश्वर दिल्ली प्रदेश के अखिल भारत हिंदू महासभा के अध्यक्ष श्री विजय पांडे आदि विशिष्ट लोगों ने बाबूजी का अभिनंदन किया उनके स्वागत में कवि सम्मेलन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ। जिसमें प्रसिद्ध श्री बुद्धि नाथ मिश्र, संस्कृति मिश्र, रामायण धर द्विवेदी, डॉक्टर विष्णु सक्सेना , डॉ सुरेश श्रीवास्तव, आराधना प्रसाद, डॉ राहुल अवस्थी, श्वेता सिंह जैसे बड़े कवियों ने अपने कविताओं से लोगों जोश भर दिया, वही सांस्कृतिक कार्यक्रम में गायक सृष्टि सिन्हा, मनीष श्रीवास्तव आदि ने गाना गाकर सबको मंत्र मुग्ध कर दिया। स्वामी जी ने कलाकारों को साल और माला पहनाकर सम्मान  किया बाबूजी ने सभी का अभिवादन स्वीकार करते हुए  सबका आभार व्यक्त किया।