कायाकल्प प्रमाणीकरण से स्वास्थ्य संस्थानों के प्रति बढ़ता है लोगों का भरोसा

कायाकल्प योजना के तहत सभी सीएचओ को दिया गया जरूरी प्रशिक्षण

अररिया।

जिला स्वास्थ्य विभाग हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर बेहतर चिकित्सकीय माहौल के निर्माण सुदूरवर्ती इलाके में बसे लोगों तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित कराने की दिशा में जरूरी पहल कर रहा है। इसी कड़ी में जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा मंगलवार को कायाकल्प योजना के प्रति जागरूकता सह आंतरिक मूल्याकंन को लेकर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें जिले के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर कार्यरत सीएचओ ने भाग लिया। बैठक में डीसीक्यूए डॉ मधुबाला, जिला योजना समन्वयक राकेश कुमार, सहयोगी संस्था यूनिसेफ व पिरामल स्वास्थ्य के अधिकारियों द्वारा सभी सीएचओ को कायाकल्प योजना के संबंध में समुचित जानकारी दी गयी।

स्वच्छ व सुरक्षित माहौल का निर्माण कायाकल्प योजना का उद्देश्य

डीसीक्यूए डॉ मधुबाला ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में नर्सिंग कैडर के सभी सीएचओ को कायाकल्प योजना के तहत इंफेक्क्शन कंट्रोल, वेस्ट मैनेजमेंट, स्ट्रैंडर्ड ट्रिटमेंट गाइडलाइन, स्टैंडर्ड ऑपरेशनल प्रोसिजर सहित संबंधित अन्य जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि कायाकल्प योजना का मुख्य उद्देश्य सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्वच्छता व हाइजिन के उच्च मानकों को स्थापित करने के साथ-साथ स्वास्थ्य कर्मी व मरीजों के लिये सुरक्षित व स्वच्छ वातावरण का निर्माण करना है। इसके तहत संस्थानों में किसी भी तरह के संक्रमण को रोकने के लिये कड़े इंतजाम सुनिश्चित कराने के साथ-साथ कचरा प्रबंधन, नियमित सफाई, रोगाणु रहित वातावरण के निर्माण पर विशेष जोर दिया जाता है. योजना के तहत स्वास्थ्य केंद्रों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्द्धा को बढ़ावा दिया जाता है। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले स्वास्थ्य संस्थानों को वित्तीय मदद व मान्यता प्रदान की जाती है।

एचडब्ल्यूसी को अधिक प्रभावी व उपयोगी बनाने का हो रहा प्रयास

प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला योजना समन्वयक राकेश कुमार ने बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से लोगों को बेहतर चिकित्सकीय सेवा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिले के सभी प्रखंड अंतर्गत कम से कम तीन एचडब्ल्यूसी को एनक्वास प्रमाणीकरण के लिये तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित है। वहीं सभी एचडब्ल्यूसी को कायाकल्प के निर्धारित मानकों के अनुरूप तैयारा करने की कवायद भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि स्वच्छ व सुरक्षित माहौल मरीजों के जल्द स्वस्थ होने के लिहाज से बेहद जरूरी है। कायाकल्प प्रमाणीकरण से मरीजों को स्वच्छ पेयजल, शौचालय संबंधी बेहतर इंतजाम, रोगियों के ठहने का उत्तम प्रबंध प्रतिक्षालय जैसे मूलभूत सुविधा सुनिश्चित की जाती है।

कायाकल्प से संस्थान के प्रति बढ़ता है लोगों का भरोसा

जिला स्वास्थ्य समित के डीपीएम संतोष कुमार ने कहा कि कायाकल्प कार्याक्रम के तहत बेहतर चिकित्सकीय माहौल, गुणवत्तापूर्ण सेवाएं व मरीजों के प्राथमिकता को प्राथमिकता देने की वजह से स्वास्थ्य संस्थान में इलाजरत मरीज व उनके परिजनों को संतुष्टी मिलती है। इससे सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों के प्रति लोगों का भरोसा बढ़ता है।