जेएमएस नामक कंपनी के श्रमिकों को सोहागपुर एरिया में पहली बार मिला लाभांश का लाभ
-सोहागपुर एरिया कि यूनियन नंबर 1-2 नहीं कर सकी जो एटक यूनियन कर दिखाया।
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धनपुरी। एसईसीएल सोहागपुर एरिया अंतर्गत बंगवार मांइस, खैरहा माइंस में कार्यरत प्राइवेट जेएमएस कंपनी में लगभग 200 कार्यरत ठेकेदारी कर्मचारियों को सोहागपुर एरिया में पहली बार ठेका मजदूरों को 20 हजार से 27 हजार तक प्रति कर्मचारी को बोनस की राशि खाते में जमा कराया गया। यानी लगभग आधा करोड़ रुपए बोनस बांटा गया।
20-27 हजार तक बोनस मिला
संयुक्त कोयला मजदूर संघ (एटक) सोहागपुर एरिया अध्यक्ष रावेद्र शुक्ला सचिव राजेश चंद्र शर्मा, मुकेश राय कामरेड ने बताया है कि एटक यूनियन प्राइवेट जेएमएम कंपनी में ठेका मजदूर बोनस को लेकर दबाव बनाकर सफल प्रयास होने के चलते बंगवार माइंस और खैरहा भूमिगत माइंस में लगभग 200 कार्यरत ठेकेदार मजदूरों के खाते में बोनस पर व्यक्ति 20 से लेकर 27 हजार रुपए तक कि राशि डाली गई है। यह भी कहा जा रहा है कि अब हर साल बोनस की राशि दिया जाएगा।
एटक का जोर विश्रामपुर में भी
विश्रामपुर एरिया में ठेका श्रमिकों का ठेका श्रमिकों का बोनस राशि 40 लाख रुपए का पेमेंट एटक संगठन के प्रयास से कुछ दिन पूर्व ही किया गया हैं। ठेका श्रमिकों को सोहागपुर एरिया इतिहास में यह पहली बार देखने को मिल रहा है कि कोई कंपनी अपने ठेका श्रमिकों को लगभग आधा करोड़ बतौर बोनस की राशि दिया गया है।
काम पूरा पेमेंट आधा
सोहागपुर एरिया में ऐसे यूनियन की आवश्यकता है जो ठेका मजदूर को बोनस दिलाने में सफल हुई है। जबकि इसके पूर्व सोहागपुर एरिया की नंबर 1-2 श्रमिक यूनियन भी महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष ठेका मजदूरों को उनकी मासिक मेहनत कि वाजिब राशि दिलाने के लिए हफ्तो अनशन का सहारा लिया गया लेकिन ठेका श्रमिकों को पूरा पेमेंट दिलाने में नाकाम रहे आज भी आधा दर्जन प्राइवेट कंपनी ठेका श्रमिकों को आधा पेमेंट दिया जाता है। शिकायत करने पर उन्हें हटा दिया जाता है। बेरोजगारी के आगे सब कुछ सहने की मजबूरी बंधुआ मजदूर बनकर जो मिला उसी में संतुष्ट हैं।