बच्चों को उचित संस्कार देकर धरा पर रामराज्य स्थापित किया जा सकता है – पंडित राजीव कृष्ण तिवारी



राजेश तिवारी अयोध्या।
हमारे साथ सभी लोगों को अपने बच्चों को उचित शिक्षा, संस्कार देकर धरती पर स्वर्ग लाया जा सकता है। इस पुनीत कार्य में प्रथम योगदान मां ओं का होता है। क्योंकि कहा गया है कि बच्चों की प्रथम पाठशाला मां से शुरू होती है, तो मांओं से विनम्र निवेदन है कि अपने बच्चों को उचित संस्कार प्रदान करें।
उक्त बातें बसवार खुर्द पूरे बद्री तिवारी (गोसाईं वीर स्थान) में आयोजित सात दिवसीय श्री मद्भागवत कथा में पंडित राजीव कृष्ण तिवारी ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने पृथ्वी पर फैले अत्याचार को समाप्त करने के लिए जन्म लिया था। श्री तिवारी ने आगे कहा कि आजकल उचित शिक्षा संस्कार के अभाव में बच्चे पत्नी आने के बाद माता पिता की जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ लेते हैं।यह संस्कार के अभाव में हो रहा है। आजकल के बच्चे भारत भूमि की अनमोल संस्कृति को भूलकर पश्चिमी सभ्यता को अपना कर भारत देश की सभ्यता पर कुठाराघात करने में लगे हैं। जिसका खामियाजा सभी को भुगतना पड़ रहा है।अब हमें अपनी संस्कृति को बढ़ावा देना है और भारत देश को सुंदर संस्कारवान बनाना होगा, तभी देश खुशहाल हो सकेगा। श्री मद्भागवत कथा में भगवान प्रसाद तिवारी, रामसूरत तिवारी,राममूरत तिवारी, अमित तिवारी,जगदीश प्रसाद यादव, सुरेन्द्र कुमार यादव,तिलकराम यादव,रामकलप यादव,शिवबरदान दूबे,अवधेश कुमार दूबे, देवकुमार दूबे, कृष्ण दूबे सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।