
बारिश में खुल रही घटिया निर्माण की पोल आगे चलकर जर्जर अवस्था में पहुंच सकता है मार्ग
रायसेन। इन दिनों बारिश मौसम के चलते जिला मुख्यालय रायसेन में बनाई गई करोड़ों की डामरी कृत रोड की पोल बारिश में खुलेआम खुलती दिखाई दे रही है इतना ही नहीं सड़क पर घटिया निर्माण करने के कारण जगह-जगह गड्ढे बन रहे हैं जिसमें बारिश का पानी भर रहा है उसकी वजह से रोड जगह-जगह पकड़ता जा रहा है अभी तो मामूली सी बारिश हुई है आगामी समय में जब मूसलाधार बारिश होगी तो इस सागर भोपाल और सांची मार का भगवान ही मालिक रहेगा। बारिश की वजह से सड़क इतनी खराब होती जा रही है कि सड़क पर डामरीकरण और गिट्टी उठा रही है जिससे आम राहगीर से लेकर आवागमन के साधनों को भी बचाकर निकालना पड़ रहा है संबंधित लोक निर्माण विभाग के जिम्मेदार अधिकारी समय रहते ध्यान नहीं दे पा रहे हैं और सड़क नरमादा भी काम छोड़कर चला गया है ऐसे में इसकी जिम्मेदारी है रोड की हालत दिनों दिन बारिश में खराब होते जा रही है इस प्रकार से कब तक गड्ढे भरने का काम लोक निर्माण विभाग करेगा कुछ कहा नहीं जा सकता बारिश के दौरान सड़क के गड्ढे भरे जा रहे हैं कहां तक चलेंगे कुछ कहा नहीं जा सकता यहां वहां थे गड़ लगाने से रोड सही नहीं होता क्योंकि गर्मी के मौसम में ही जब रोड बन रहा था तभी रोड पर एक परत और डामरीकरण की डालना थी जिससे कि सड़क और मजबूत होती परंतु आनन-फानन में तीनों सड़कों का निर्माण कार्य लोगों को समझाने के लिए कर दिया गया परंतु सड़क निर्माण में गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा गया और करोड़ों की राशि ऐसे ही सड़क निर्माता द्वारा निकाली गई है जबकि सड़क में जगह-जगह गड्ढे बन रहे हैं और सड़क निर्माता की पोल भी खुलत दिखाई दे रही है लोगों का कहना है कि सरकार द्वारा सागर भोपाल एवं सांची मार के लिए करोड़ों की राशि स्वीकृत कर रायसेन शहर को खूबसूरत बनाने के लिए काम करने के निर्देश दिए गए थे जाकिर आज से शहर शहर जैसा लगे और यहां से निकलने वाले लोग भी यहां की सड़कों की तारीफ करें परंतु आम जनता के लोगों के सारे सपने अधूरे ही रह गए हैं क्योंकि सड़क पर गुणवत्ता विहीन कार्य होने के कारण सड़क पहली बार ऐसे ही नहीं खेल पा रही है यहां वहां जगह-जगह गड्ढे बन रहे हैं तो कहीं डामरीकरण ह रहा है तो कहीं गिट्टी उखड़ कर बारिश के पानी में बहते दिखाई दे रही है इससे स्पष्ट तौर पर प्रतीत होता है कि सड़क निर्माता द्वारा कितनी घटिया किस्म का निर्माण कार्य कराया गया है जिसकी पोल बारिश में ही खुल रही है समय रहते छेत्र के जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों ने भी ध्यान नहीं दिया और लोक निर्माण विभाग के जिम्मेदार अधिकारी भी आनन-फानन में तीनों सड़कों का निर्माण कार्य करा कर अपनी जगह तमाशा देख रहे हैं परेशानी आम जनता के लोगों को हो रही है इससे ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार के करोड़ों रुपए कहीं इस बारिश के दौर में ही ना रह जाएं किस प्रकार से जिम्मेदार विभाग के अधिकारी और सड़क निर्माता की मिलीभगत से सरकार की इतनी बड़ी रकम को चूना लगाया जा रहा है रायसेन में खुलेआम देखा जा सकता है। जिम्मेदार अधिकारी घटिया सड़क निर्माण कराने के बाद भी वाहवाही लूट रहे हैं और यह कहते दिखाई दे रहे हैं कि बेहतर सड़क की सौगात रायसेन वासियों को दी जा रही है परंतु इस पार्ट पर देखने तो ऐसा कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा जिस प्रकार से करोड़ों रुपए इन तीनों सड़कों पर खर्च किए गए हैं उसकी अगर जांच की जाए तो बहुत बड़ी लापरवाही इसमें उजागर होकर सामने आएगी लोक निर्माण विभाग के उच्च अधिकारी भी रोडो का निरीक्षण कर चुके हैं और गुणवत्ता विहीन क्वालिटी भी उनको देखने में आई परंतु जांच करने के बाद भी ना तो संबंधित सड़क निर्माता पर कार्रवाई हुई और ना ही लापरवाह जिम्मेदार अधिकारियों को ही कहा गया है इसी के चलते सड़क का काम जहां का तहां रह गया है जवाइडर की स्थिति भी खराब है भोपाल मार्ग और सागर मार्ग पर खुलेआम देखी जा सकती है वैसे ही आगामी समय समय में विधानसभा चुनाव आने वाले हैं जनता इस बात को भूल नहीं सकती क्योंकि उसे जो सौगात सरकार द्वारा दी गई थी उस पर सड़क निर्माता और लोक निर्माण विभाग के जिम्मेदार अधिकारी अपनी पूरी जिम्मेदारी नहीं निभा सके हैं और जल्दबाजी में घटिया निर्माण करके कोरी बाय-बाय लूट कर अब तमाशा देख रहे हैं परंतु आम जनता के लोग इस बात को गंभीरता के साथ ले रहे हैं इस प्रकार से कई सड़कों की हालत हुई खराब बताई जा रही है आखिरकार सरकार की करोड़ों रुपए की राशि को किस तरह से यह सड़क निर्माता खर्च करते हैं और सड़कों का घटिया निर्माण कराते हैं उच्च स्तर के अधिकारी और बड़े जनप्रतिनिधि मौके पर जाकर देखें तो स्थिति स्पष्ट तौर पर उनके सामने देखने में आएगी परंतु अभी तक तो कोई भी हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है जनप्रतिनिधि भी अपने चुनाव की स्थिति को मजबूत करने में लगे हुए हैं किसी भी तरह से उन्हें आम जनता के लोगों के वोट मिल जाएं परंतु उसके बदले में अगर जनता को बेहतर सड़क की सौगात मिले तो आम जनता के लोग भी खुश नजर आएंगे परंतु इस बात की परवाह है उन्हें नहीं है, अब देखना यह है कि जिला मुख्यालय की तीनों सड़कों पर पूरा काम कब तक हो पाएगा यह तो आगामी समय ही बताएगा।