सनाज जागरण पटना जिला संवाददाता:- वेद प्रकाश
पटना/ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने गृह क्षेत्र बख्तियारपुर में गंगा रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट का जायजा लिया। सोमवार को उन्होंने प्रोजेक्ट के विभिन्न हिस्सों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। इस दौरान जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी भी उनके साथ मौजूद रहे। मुख्यमंत्री का यह दौरा विकास कार्यों की प्रगति का प्रत्यक्ष आकलन करने के उद्देश्य से किया गया था। मुख्यमंत्री ने सबसे पहले घनसुरपुर क्षेत्र में गंगा चैनल के निर्माण कार्य की स्थिति का अवलोकन किया। यहां गंगा को नए मार्ग से बख्तियारपुर की ओर मोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। गंगा रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट के अंतर्गत अब तक तीन बार चैनल का मार्ग बदला गया है, जिससे परियोजना की जटिलता बढ़ी है। वर्तमान में जो चैनल तैयार किया जा रहा है, वह तकनीकी रूप से अधिक टिकाऊ और प्रभावी बताया जा रहा है। इसके बाद मुख्यमंत्री सीढ़ी घाट पहुंचे जहां गंगा किनारे एक भव्य घाट का निर्माण हो रहा है। इस स्थान पर 330 मीटर लंबी सीढ़ियों का निर्माण किया जा रहा है। घाट के निर्माण के साथ-साथ वहां पाथ-वे, सार्वजनिक शौचालय, चेंजिंग रूम, आकर्षक लैंडस्केपिंग और प्रकाश व्यवस्था का भी विकास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने पूरे क्षेत्र का पैदल भ्रमण कर कार्य की प्रगति का निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने सीढ़ी घाट के पास स्थित कृष्णा मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद वे स्वतंत्रता सेनानी शीलभद्र याजी पार्क भी गए, जहां उन्होंने उनकी प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्थान उनके बचपन की यादों से जुड़ा हुआ है और इसीलिए यह परियोजना उनके लिए व्यक्तिगत रूप से भी बहुत महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गंगा रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट को तय समयसीमा के भीतर पूरा किया जाए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह परियोजना न केवल स्थानीय लोगों के लिए लाभकारी होगी बल्कि क्षेत्र की सांस्कृतिक और धार्मिक महत्ता को भी पुनर्स्थापित करेगी। उनके अनुसार, यह परियोजना बख्तियारपुर को पर्यटन की दृष्टि से भी नया स्वरूप देगी। मुख्यमंत्री के इस दौरे से स्थानीय लोगों में भी उत्साह देखा गया।