डाड़ी प्रखंड संवाददाता। आगामी 08से 10नवम्बर 2024तक हिंदी ,कुड़मालि भाषा लेखिका गुलांचो कुमारी भुनेश्वर में रहेंगी। ‘प्रयास’, भुवनेश्वर ओडिशा के तहत ‘जन गुरु केलुचरण महापात्र नृत्य अकादमी ‘में तीन दिवसीय ‘परिचय साहित्य महोत्सव -2024’ आयोजित किया गया है जिसमें वे अतिथि कवि के रूप में शामिल होंगी।उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम ‘प्रयास ‘ भुवनेश्वर के तहत पिछले तीन साल से आयोजित किया जाता रहा है। और भिन्न भिन्न राज्यों के लेखक शामिल होते रहे हैं।इस बार वहां देश के हर राज्यों से लगभग 150 बहु-भाषी लेखक शिरकत करेंगे। अपनी मातृभाषा कुड़मालि के प्रति अपने लोगों का झुकाव न देख,गुलांचो कुमारी ने कहा कि वे कुड़मालि भाषा में ही दो कविता का पाठ करेंगी ताकि कुड़मालि भाषा को प्रसिद्धि मिले। अपने लोग उसके पुरानेपन के महत्व को समझ सकें और उसके विकास में सहायक हों।झारखंड से कुल सात बहु-भाषी लेखक शामिल होंगे जिनके नाम -” गुलांचो कुमारी (कुड़मालि),शिरोमणि राम महतो (हिंदी), नीरज नीर (हिंदी),आलोक कुजूर (कुड़ूख), सुकुमार विश्वकर्मा (खोरठा), महेंद्र बेसरा (संथाली) हैं । ये सारे झारखंड के चर्चित लेखक हैं और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी रचनात्मक ऊर्जा से यश प्राप्त कर झारखण्ड का नाम रौशन करते रहते हैं। लेखिका ने यह भी बताया कि कल ही उनकी नयी किताब ‘बाहर से ही लौट गए ‘स्वतंत्र प्रकाशन से प्रकाशित होकर आयी है।इसका लोकार्पण भी वहीं नामचीन हस्तियों के द्वारा किया जाएगा।