
कमल सिंह लोधा
दैनिक समाज जागरण
छिपाबड़ोद- शनिवार को संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों ने छिपाबड़ोद जिला बारा में अध्यात्मिक पुस्तकों का प्रचार किया गया | बड़ी संख्या में उनके अनुयाई पुस्तक सेवा में सम्मिलित हुए | समाज में फैल रही कुरीतियों को दूर करने के उद्देश्य अध्यात्मिक पुस्तकों का प्रचार किया गया | ये धार्मिक पुस्तकें हमारे सभी धर्मों के पवित्र शास्त्र जैसे पवित्र वेद, पवित्र गीता जी, पवित्र कुरान शरीफ, पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब, पवित्र बाइबल पर आधारित है। इन पुस्तकों के आवरण पृष्ठ पर लिखी वाणी जीव हमारी जाति हैं, मानव धर्म हमारा। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, धर्म नहीं कोई न्यारा।। अपने आप में स्पष्ट करती है कि यह पुस्तकें सभी धर्मों को एक डोर में बांधने तथा में भाईचारा बढ़ाने में सहयोग करने वाली है। यह पवित्र पुस्तके संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखित है जैसे ज्ञान गंगा,जीने की राह, भक्ति से भगवान, कबीर परमेश्वर, गीता तेरा ज्ञान अमृत आदि |
पुस्तक सेवा में उपस्थित सेवादारों ने बताया कि संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखित पुस्तकों का प्रचार सेवा करने का उद्देश्य यह है कि समाज में फैल रही बुराइयां जैसे नशा,दहेज-प्रथा, बीड़ी,सिगरेट, तंबाकू, रिश्वतखोरी, भ्रष्टाचारी जैसी तमाम कुरीतियों को दूर करके एक स्वच्छ समाज का निर्माण करना है जो व्यक्ति इन आध्यात्मिक पुस्तकों को पढ़ लेता है और अमल कर लेता है वह इन कुरीतियों से दूर हो जाता है पुस्तक सेवा में उपस्थित सेवादार रामस्वरूप दास, दुर्गाप्रसाद दास, हरिबल्लभ दास, राधेश्याम दास, अरविन्द दास,रामचरण दास आदि भगत और बहने मौजूद रहे |