दैनिक समाज जागरण ब्यूरो मेरठ
मेरठ: सरकारी संस्था हो या फिर स्कूल भ्रष्टाचार चरम पर है। ऐसे ही एक मामला मेरठ पूर्व माध्यमिक विद्यालय राजपुरा ब्लॉक के ग्राम नगलामल की है जहाँ पर ग्रामीणों ने आंगनवाड़ी मे पोषणाहार के लिए आए सामाग्री को दुकानों पर बिकने के लिए बाहर जाते देखा। देख ग्रामीणों ने पहले हंगामा किया साथ मे 112 पर पुलिस का काल किया। पुलिस ने मौके पर पहुँचकर ठेला पर बिकने के लिए आंगनवाड़ी से बाहर जाते हुए सामान को जब्त कर लिया। मौके पर पहुँची पुलिस ने थाना मुंडका ने पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य नरेंद्र कुमार वह आंगनवाड़ी विक्रेता आसमीन वह सरकारी गल्ले को कस्टडी में लेते हुए थाने ले गई ।
ग्रामीणों का कहना है कि आंगनवाड़ी के सरकार से मिलने वाली पोषणाहार बच्चों को मिलने के बजाय बाहर बेच दिए जाते है और सभी जिम्मेदार इसमे बंदरबांट कर लेते है। पुलिस के पुछताछ मे जो खुलासा हुआ वह तो और भी हैरान करने वाली है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आसमीन ने बताया कि इसके लिए वह अकेली जिम्मेदार नही है बल्कि इस खेल मे सब मिले हुए है। सीडीपीओ संजीव केसरी स्कूल के प्रधानाचार्य नरेंद्र कुमार आंगनबाड़ी प्रभारी संगीता कुमारी वह अन्यथा आंगनवाड़ी सरकारी माल बिकवाने में सभी शामिल है । ग्रामीणों ने अपनी तहरीर देते हुए कहा कि इसी तरीके से ग्राम नगलामल में आज तक आंगनबाड़ी मे न जाने कितने महीना से सरकारी गला नहीं बटा है। ग्राम प्रधान का एक कहना है मुझे कोई भी आंगनवाड़ी गला बटते समय नहीं बुलाती है।