“फूफा का हुआ अपमान, तो बारात में घमासान”

समाज जागरण

बागपत: शादी में फुफा और दुल्हे का जीजा का क्या कहना। इनको नाराज करना .यानि की मुसीबक मोल लेना। आप ही देख लिजिए बागपत में एक शादी समारोह में सिर्फ इसलिए लाठी डंडे चल गया कि दुल्हे के फुफा को पनीर नही मिला। पनीर नही मिलने पर फुफा के नाराजगी इस कदर बढ़ी की दोनो पक्ष आपस में लाठी डंडे लेकर भीड़ गए। अभी तक यह तो पता नही चला है कि कितने लोगों को फुफा के नाराजगी के कारण हजामत होना पड़ा है, लेकिन वायरल विडियों में आप स्वयं ही अंदाजा लगा सकते है। मामला इतना बढ़ा कि हमेशा तत्पर रहने वाली यूपी पुलिस भी अपने आपको नही रोक पायी है और मौके से फोर डी वालों को उठा लिया।

हो सकता है जिनकों पनीर देने पर एतराज था या फिर जिनकों पनीर नही मिला उनके लिए यूपी पुलिस समुचित व्यवस्था करे। भाई समाज में रहकर जिम्मेदारी तो सबकी बनती है। पुलिस शायद यह भी जानने के लिए जांच कर सकती है कि आखिर कौन सी पनीर है जिसे नही मिलने पर इतना बड़ा अखाड़ा अख्तियार कर लिया।

ऐसे बात यह है कि आप लोग भले ही थ्री डी में जी रहे है लेकिन आजकल तेजी से फोर डी का जमाना बढ़ता जा रहा है। जो समाज इसको बढ़ावा दे रहे है उसके लिए घातक कहना उचित नही होगा। फोर डी मतल “ड्रींक, डीजे, डांस और ड्रामा” इसका क्रेज समाज में तेजी से बढ़ा है यही कारण है कि फुफा और ज्यादा नाराजा होने लगा है जिसकी नाराजगी को दो लोग नही दो परिवार नही कई बार तो दो समाज और दो गाँव को भी झेलना पड़ता है।

अब .यही मामला ले लिजिए दुल्हे के फुफा को पनीर नही मिलने का अंजाम क्या हुआ। घराती और बाराती पक्ष में जमकर लाठी डंडे और बेल्ट चला फिर बाद में यूपी पुलिस मध्यस्थ के भूमिका निभाते नजर आये। दोनों पक्ष के कई लोगों को पकड़ थाने ले गए । निश्चित है कि उनकों ससुराल भेंजेंगे या फिर उनके लिए पनीर की व्यवस्था करेंगे।

सुना है शादी तो जन्मो जन्म का बंधन है लेकिन ये क्या जोड़े आपस में मिलने से पहले ही बिछड़ गए। कुछ लोगों के निजी स्वार्थ और गलतियों के कारण दो परिवार, दो समाज में गाँठ ऐसा बना कि शायद यह दोनों परिवार के लिए जीवन भर यादगार रहे। रिश्ते जोड़ने में रिश्तेदारों की भूमिका महत्वपूर्ण होते है लेकिन ये क्या रिश्तेदारों के कारण रिश्ते टुट गए।