असम करीमगंज जिले के पाठाखाउरि जीपी के बोधाईकुड़ी महा-कालीमंदिर में मिट्टी भरे बिना पैसों का गबन !

रातबाड़ी विधायक विजय मालाकार सहित उच्चाधिकारियों को भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई के लिए ग्रामीणों ने ध्यान आकर्षित किया।
————————-
असम करीमगंज संवाददाता सचिंद्र शर्मा, दैनिक समाज जागरण : वर्तमान सरकार सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास नारा लेकर बीजेपी ने पूरे देश में भारी जनसमर्थन के साथ सत्ता पर कब्जा कर लिया है, इसलिए वर्तमान सरकार लोगों से किए हुए वादे निभाते हुए विकास के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। हालांकि देश की बहुसंख्यक जनता ने खुशी जाहिर की कई लोगों के चेहरे पर चिंता के निशान दिखाई दे रहे हैं, तो कुछ के चेहरे पर घबराहट भी है, घबराहट के कारण है कि बर्तमान सरकार होते हुए भी भ्रष्टाचार कितने गंभीर रूप लिया हुआ हैं, जैसे कि करीमगंज जिले के दुल्लभछड़ा में करीब सौ साल पुराने रामजानकी मंदिर में अतिक्रमणकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। जैसे बोधाइकुड़ी के महाकाली मंदिर को लेकर इस बार एक और जानकारी सामने आई
पाठाखाउरी जीपी के वार्ड नं 6 में पारंपरिक महाकाली मंदिर है मंदिर परिसर में मिट्टी भराई के नाम पर वित्तीय वर्ष 2021/22 में 4 लाख 55 हजार 503 रूपये आवंटित वार्ड सदस्य सरोज देव ने स्थानीय हरिशंकर बारई और विकास कानू के साथ काम शुरू किया इसके बाद रहस्यमय तरीके से काम बंद कर दिया गया
11 अप्रैल (मंगलवार) कि सुबह 11 बजे स्थानीय शंकर बारई, लक्ष्मी कानू, रामौती नोनिया, उर्मिला बीन, उर्मिला कानू, मनोज नोनिया, सविता कानू, जयमति भर, मोनिलाल नोनिया, राजेश कंकर, राधेश्याम बारई, वसंत कानू, जनार्दन कानू, केशव प्रसाद चौबे, लाल बिहारी कंकर, संजीता नोनिया व संजीब बिन ने मीडिया को बताया कि मंदिर को पैसा आवंटित करने के बाद पाठाखाउरी जीपी के वार्ड नं 6 सदस्य सरोज देव हरिशंकर बारई और विकास कानू ने काम शुरू किया. 800 ₹ की कीमत पर महज 12 ट्रैक्टरों लेकर काम पे लगे मिट्‌टी भर दी और रहस्यमय तरीके से काम करना बंद कर दिया उसके बाद क्षेत्र की कुछ महिलाओं को मिट्‌टी भर ने के लिए सरकार से पैसे लाने के नाम पर कुछ महिलाओं को बुलाकर फोटो खींच ली, उनकी आगे शिकायत है कि वार्ड नं 6 के कई लोगों को वंचित कर चेरागी ग्राम पंचायत के विभिन्न वार्डों के लोगों से इस ग्राम पंचायत का काम कराया गया. ऊपर से हरिशंकर बारई, सरोज देव और राजू दास जैसे सनातन धर्मावलंबी महा-काली मंदिर को भरने के नाम पर भ्रष्टाचार करने से भी नहीं हिचकिचाते। जांच के क्रम में कार्रवाई के लिए वार्ड के ख्यात पदाधिकारी राताबाड़ी विधायक विजय मालाकार व विभागीय उच्चाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट करा रहे हैं. अब देखना यह होगा कि मंदिर के काम में हुए इन भ्रष्टाचारों की खबर के बाद विधायक विजय मालाकार क्या कार्रवाई करते हैं।