नोएडा / गौतमबुद्धनगर। नोएडा प्राधिकरण के मनमानी और वैंडर से अवैध पैसे मांगने, पैसे न देने पर रेहड़ी पटरी तोड़ने के खिलाफ नोएडा सेक्टर 16 मे वेंडरों ने अनिश्चितकालीन धरना शुरु किया है। वेंडरों का कहना है कि हम लोगों का सत्यापन हो चुका है इसलिए हम लोग प्राधिकरण के सुपरवाइजर और कर्मचारी को पैसे देने से मना किया तो हम लोगों के दुकान तोड़ दिया गया।
बताते चले कि नोएडा मे 30 हजार से ज्यादा ठेली पटरी दुकानदार है। जिसमे से मात्र 5 हजार को ही नोएडा प्राधिकरण के द्वारा लाइसेंस दिए गए है। जबकि 25 हजार से ज्यादा अवैध तरीके से दुकान लग रहे है। इसके बावजूद नोएडा प्राधिकरण के कर्मचारी सुपरवाइजर पर लाइसेंस वेंडर या सत्यापित वेंडरों से पैसे मांगने का आरोप लगता रहता है। कई वेंडर ने आरोप लगाये है कि पैसे नही देने के कारण उनको परेशान किया जाता है।
लाइसेंस वाले वेंडर से अच्छा बिना लाइसेंस वाले वेंडर
बताते चले कि नोएडा प्राधिकरण ने लाइसेंस प्राप्त वेंडरों के लिए किराया निर्धारित किया हुआ। जो कि वेंडर समय समय पर नोएडा प्राधिकरण के खाते मे जमा करवाते है। इसके बावजूद उनसे प्राधिकरण के कर्मचारी और सुपरवाइजर अलग मे पैसे मांगते है। जाहिर सी बात है कि ठेली पटरी लगाने वालों का कमाई इतनी तो है नही कि प्राधिकरण को किराया भी दे और प्राधिकरण के कर्मचारियों का भी जेब भरे। कई मामले मे तो यह भी देखने को मिलता है कि लाइसेंस वाले वेंडर से अच्छा बिना लाइसेंस वाले वेंडर है जो मनमानी जगहों पर दुकान लगाते है और नोएडा प्राधिकरण को कोई किराया भी नही देना होता है।