डेटा विश्लेषण और प्रौद्योगिकी मिलकर आज के युग में राजस्व वृद्धि में तेजी ला सकते हैं




सत्येंद्र कुमार/ बिहटा

आईआईटी पटना ने सतत शिक्षा कार्यक्रम-गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम (सीईपी-क्यूआईपी) के अंतर्गत “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), मशीन लर्निंग (एमएल), और सुरक्षा (डीएस) की तकनीकों का उपयोग करके डेटा एनालिटिक्स” पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। । वाणिज्यि कर विभाग, बिहार सरकार के 40 अधिकारियों को इन शानदार तकनीकों से परिचित कराने और विभिन्न जीएसटी कराधान और राजस्व वृद्धि क्षेत्रों में उनके उपयोग का पता लगाने के लिए यह प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रतिभागियों को विभिन्न डेटा टाइप्स, डेटा विश्लेषण, डेटा विश्लेषण तकनीक, एआइ, एमएल, डीएस इत्यादि के क्षेत्र में अत्याधुनिक तकनीकों से लैस व्यावहारिक एवं लाइव असाइनमेंट आदि के बुनियादी सिद्धांतों में प्रशिक्षित किया गया। वास्तविक उपयोगकर्ताओं से एकत्र किए गए वास्तविक डेटा के व्यवहार में इन तकनीकों का उपयोग कैसे किया जा सकता है इस पर प्रशिक्षकों ने लाइव डिमॉनस्ट्रेसन दिया।


समापन सत्र के दौरान प्रोफेसर टीएन सिंह, निदेशक, आईआईटी पटना, सीमा भारती, संयुक्त आयुक्त, वाणिज्यिक कर विभाग, बिहार सरकार, डॉ. आसिफ एकबाल, एसोसिएट डीन, संसाधन, आईआईटी पटना; प्रो. सोमनाथ त्रिपाठी, एसोसिएट डीन, प्रशासन, आईआईटी पटना, डॉ. श्रीपर्णा साहा, विभागाध्यक्ष, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग, आईआईटी पटना, डॉ. चंद्रनाथ अदक, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग, आईआईटी पटना; श्री कृपा शंकर सिंह, प्रशिक्षण एवम् स्थानन अधिकारी, आईआईटी पटना, पीएचडी और एमटेक छात्र, संसाधन कार्यालय के कर्मचारी, और वाणिज्यिक कर विभाग, बिहार सरकार के अधिकारी उपस्थित रहे।


प्रो. टी.एन. सिंह ने इस बात पर प्रकाश डाला कि वाणिज्यिक कर विभाग की फाइलों के नीचे बहुत सारा डेटा दब गया है, जिसका उपयोग डेटा विश्लेषण, एआई, एमएल और डीएस की तकनीकों के साथ उपयोगी अंतर्दृष्टि प्राप्त करने के लिए ठीक से किया जा सकता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इन तकनीकों को अपनाना समय की मांग है और अगर हम ऐसा नहीं करते हैं तो हम पिछड़ जाएंगे। उन्होंने डॉ. प्रतिमा, आयुक्त-सह-सचिव, वाणिज्यिक कर विभाग को इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को शुरू करने के लिए और प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए 40 अधिकारियों को नामित करने के लिए धन्यवाद दिया |


श्रीमती सीमा भारती, संयुक्त आयुक्त राज्य कर, वाणिज्यिक कर विभाग, बिहार सरकार ने अपने भाषण में जीएसटी से संबंधित विशिष्ट मुद्दों को हल करने और राजस्व वृद्धि में सुधार के लिए एआई, एमएल और डीएस प्रौद्योगिकियों की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने अत्यंत सावधानी से और विस्तृत विवरण के साथ प्रशिक्षण आयोजित करने के लिए आईआईटी पटना को धन्यवाद दिया।