छतरपुर में बढ़ती दुर्घटनाओं और नशीले पदार्थों की बिक्री पर रोकथाम के लिए एसडीओ को अरविंद ने सौंपा ज्ञापन।*

*छतरपुर में बढ़ती दुर्घटनाओं और नशीले पदार्थों की बिक्री पर रोकथाम के लिए एसडीओ को अरविंद ने सौंपा ज्ञापन।*

*एसडीओ ने कार्रवाई का दिया भरोसा, कहा- मामले में प्रशासन गंभीर, होगी कार्रवाई।*



समाज जागरण सत्येंद्र चौरसिया प्रखंड संवाददाता नौडीहा बाजार
पलामू (झारखंड)14मार्च2024 छतरपुर: सड़क हादसों को लेकर छतरपुर एनएच 98 अभिशप्त हो चुका है। आए दिन होने वाली दुर्घटनाएं लोगों का दिल दहला रही हैं। हर महीने सड़क हादसे में औसतन 10 लोगों की जान जा रही है और दो दर्जन दुर्घटनाएं घट रही हैं। लोग बताते है कि अधिकांश दुर्घटनाओं में हादसे का कारण शराब रहा है। छत्तरपुर अनुमंडल में बढ़ते अपराध, नशीले पदार्थों की बिक्री रोकने और सड़क दुर्घटनाओं में हुई बेतहाशा वृद्धि पर नियंत्रण को लेकर छतरपुर विकास मंच के अध्यक्ष और छतरपुर नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष पद के प्रत्याशी अरविंद गुप्ता चुनमुन ने छतरपुर के एसडीओ हीरा कुमार को तीन सूत्री ज्ञापन सौंपा। दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि  अनुमंडल प्रशासन द्वारा अनियंत्रित हाईवा के परिचालन पर कठोरता से रोक लगाते हुए शहरी क्षेत्र से गुजरने वाली  हाईवा के परिचालन में ओवरलोडिंग और स्पीड को सख्ती से रोका जाए। नगर पंचायत क्षेत्र के हर गली मुहल्ले में बिकने वाले अवैध शराब और गांजे की बिक्री पर रोक लगाई जाए। साथ ही ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि हालिया दिनों हुए सड़क दुर्घटनाओं के मद्देनजर छतरपुर का फोरलेन सड़क 98 बेहद संवेदनशील हो चुका है, आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं में लोग अपनी जान गंवा रहे हैं और बुरी तरह से जख्मी भी हो रहे हैं। प्रशासन द्वारा दुर्घटनाओं को रोकने हेतु जागरूकता ड्राइव चलाने और अयोग्य चालकों पर जांच कर कार्रवाई करने की मांगें शामिल थी।
ज्ञापन सौंपने के बाद अरविंद ने पत्रकारों से कहा कि छतरपुर दुर्घटनाओं के शहर में तब्दील है जहां हर दिन लोगों की जान जा रही है ऐसे में प्रशासन द्वारा सख्त कदम उठाने की आवश्यक्ता है ताकी लोगों की जानें बचाई जा सके। उन्होंने कहा की प्रशासन द्वारा इलाके में ट्रैफिक जागरूकता को लेकर अभियान चलाना होगा।  ताकि लोगों को ट्रैफिक रूल पता हो सके ताकि लोग संभल कर वाहन चलाएं और अपनी जान बचाएं। कहा की लोगों को खुद भी सावधानी रखने की आवश्यकता है।
अरविंद ने यह भी कहा कि अगर दुर्घटनाओं को नियंत्रण करने की दिशा में प्रशासन ने ठोस पहल नहीं की और ऐसे ही लोगों की की जान जाती रही तो लोग आंदोलन करने को विवश हो जायेंगे।